ब्रिटेन की Queen Elizabeth 2nd का 8 सितंबर 2022 को निधन हो गया,वह ब्रिटेन की राजगद्दी पर सबसे ज्यादा समय पर काबिज रहने वाली महारानी हैं, 6 फरवरी 1952 को पिता King George की मृत्यु के बाद वह Britain की राजगद्दी पर काबिज हुईं,महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 96 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।

Queen एलिज़ाबेथ लगातार 70 सालों तक ब्रिटेन की महारानी रहीं,भारतीय प्रधानमंत्री Narendra Modi ने भी शोक व्यक्त किया है उनकी मृत्यु पर ब्रिटेन में लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई है माना जा रहा कि ब्रिटेन राज परिवार के अनेक विवादों और कंट्रोवर्सी के बीच मे उन्होंने ने उसके नियम और गरिमा पर आँच नही आने दी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर संवेदना प्रकट की
Her Majesty Queen Elizabeth II will be remembered as a stalwart of our times. She provided inspiring leadership to her nation and people. She personified dignity and decency in public life. Pained by her demise. My thoughts are with her family and people of UK in this sad hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ को हमारे दौर के दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा,उन्होंने सार्वजनिक जीवन मे शालीनता और गरिमा का परिचय दिया,उनके निधन से आहत हूँ ऐसी दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।
PM Modi ने रानी Elizabeth से मुलाक़ात का किया ज़िक्र
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब वह 2015 और 2018 में UK के दौरे पर थे तब उनकी मुलाकात महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से हुई थी, मैं उनकी गर्मजोशी और और दयालुता को नही भूलूंगा, भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने शेयर किया कि जब एक मीटिंग के दौरान क्वीन से मिले तो क्वीन ने उन्हें उनकी शादी पर Mahatma Gandhi द्वारा भेंट किया हुआ रूमाल दिखाया और बोलीं कि उस रुमाल को वह सदैव अपने पास रखेंगी।
Queen Elizabeth Second तीन बार भारत के दौरे पर आ चुकी हैं
भारत की आज़ादी के बाद उनका पहला दौरा तत्कालीन प्रधानमंत्री Jawahar Lal Nehru के समय मे दौरे पर आयीं थी।
21 january 1961 को पहली बार भारत दौरे पर आयीं थीं उन्हें प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और तत्कालीन पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने पालम एयरपोर्ट पर रिसीव और स्वागत किया।
दूसरा दौरा साल था 1983 को जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थीं उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने उनका स्वागत किया था।
उनकी अंतिम यात्रा भारत की आजादी की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर थी इस मौके पर उनका भव्य स्वागत किया गया उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति के. आर. नारायणन थे।
साल 1997 में अपने पति प्रिंस फिलिप के साथ भारत मौके पर आयीं थीं। उनके भारत दौरे की गर्मजोशी और शालीनता दिख रही,भारत जब ब्रिटिश औपनिवेशिक था उस दौर का भी जिक्र उन्होंने किया और कहा कि-
वह बहुत कठोर दौर था और कुछ घटनाएँ अतीत में हृदय विदारक थी उनमे से थी जलिया वाला बाग एक दुःखद उदाहरण है
भारतीयों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि-
भारत की सम्पन्नता और आतिथ्य के अलावा वह भारत की विविधता हम सभी के लिए एक प्रेरणा रही है।
क्वीन एलिज़ाबेथ द्वीतीय की मृत्यु पर भारत समेत अन्य देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने शोक व्यक्त किया है उनका जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन में हुआ था।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एन्टोनिओ गुटेरेस, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो,वाइट हाउस प्रेस कैरिन पियरे और भारत से प्रधानमंत्री के अलावा राहुल गाँधी ने भी शोक व्यक्त किया है।