हाल ही में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जो दावे किए, वे सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गए। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बड़े पैमाने पर फर्जी मतदान के आरोप लगाते हुए एक महिला की तस्वीर पेश की और दावा किया कि यह ब्राज़ील की एक मॉडल है।

लेकिन क्या वाकई में यह तस्वीर एक विदेशी मॉडल की है? और इस विवाद में सच्चाई क्या है? आइए इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
"भारत की राजनीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। यह तस्वीर मेरी मॉडलिंग के दिनों की है और एक स्टॉक फोटो प्लेटफॉर्म से खरीदी गई थी।" - लारिसा, ब्राज़ीलियन मॉडल
वह चेहरा कौन है? ब्राज़ील मॉडल लारिसा की कहानी
जिस महिला की तस्वीर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई, उनकी पहचान लारिसा के रूप में हुई है। लारिसा ने एक वीडियो संदेश जारी कर इस पूरे मामले पर सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि:
- यह तस्वीर उनके मॉडलिंग के दिनों की है
- यह एक स्टॉक फोटो है जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध थी
- भारत की राजनीति से उनका कोई संबंध नहीं है
- वह कभी भी भारत नहीं गई हैं
लारिसा ने आगे बताया, "मैं ब्राज़ील की एक डिजिटल इन्फ्लुएंसर और हेयरड्रेसर हूं और मुझे भारत की जनता से प्यार है। मेरा फोटो बिना मेरी जानकारी के इस्तेमाल किया गया।"
राहुल गांधी ने क्या दावे किए?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव को लेकर गंभीर आरोप लगाए:
- हरियाणा मतदाता सूची में एक ही महिला की तस्वीर 22 अलग-अलग एंट्रीज में दर्ज है
- यह तस्वीर ब्राज़ील की मॉडल मेथियस फरेरो की बताई गई
- अलग-अलग नामों जैसे स्वीटी, सीमा सरस्वती आदि के साथ यह तस्वीर 22 बार छपी
- हरियाणा में 10 अलग-अलग बूथों पर वोट डालने का दावा
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पिछले साल अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव को 25 लाख फर्जी मतों के जरिए चोरी किया गया था। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के इन आरोपों को निराधार बताया है। आयोग के अधिकारियों का कहना है कि:
- प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के बूथ एजेंट्स की ओर से मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दायर नहीं की गई
- चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के अनुसार संपन्न हुई
- सभी शिकायतों का निपटारा समय पर किया गया
स्टॉक फोटो का गलत इस्तेमाल
यह मामला स्टॉक फोटोज के दुरुपयोग की एक बानगी भर है। आज डिजिटल युग में:
- स्टॉक फोटो प्लेटफॉर्म्स से खरीदी गई तस्वीरों का गलत इस्तेमाल आम हो गया है
- कई बार ये तस्वीरें फर्जी प्रोफाइल्स बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं
- मतदाता सूची जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में ऐसी तस्वीरों का होना चिंताजनक है
मतदाता सूची सुधार: क्या कर सकते हैं आप?
अगर आपको भी मतदाता सूची में कोई अनियमितता दिखाई देती है, तो आप:
- अपने क्षेत्र के बूथ लेवल ऑफिसर से संपर्क करें
- चुनाव आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराएं
- स्थानीय चुनाव अधिकारी को लिखित शिकायत भेजें
- अपने पार्टी के बूथ एजेंट को सूचित करें
निष्कर्ष: सच्चाई क्या है?
यह पूरा मामला हमें कई महत्वपूर्ण सबक देता है। एक तरफ जहां मतदाता सूची में सुधार की जरूरत है ब्राज़ील की मॉडल लारिसा का केस दिखाता है कि कैसे एक साधारण फोटो राजनीतिक विवाद का केंद्र बन सकती है। अंत में, यह जानना जरूरी है कि चुनावी प्रक्रिया में सुधार की निरंतर आवश्यकता है और हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने में अपना योगदान दे। क्या आपने कभी अपने क्षेत्र की मतदाता सूची को ध्यान से चेक किया है?