हिंदी सिनेमा के 'भाई' सलमान खान का नाम सुनते ही दर्शकों के दिमाग में एक ऐसा सितारा उभरता है जो बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने का मास्टर है. 2000 के बाद के दशक में उन्होंने 'वांटेड', 'बॉडीगार्ड', 'दबंग' जैसी सुपरहिट फिल्मों से दर्शकों का दिल जीता, जहाँ उनकी मस्क्युलर पर्सनालिटी और एक्शन पैक्ड परफॉरमेंस फैंस के लिए हमेशा खास रहा।

लेकिन इन सभी ब्लॉकबस्टर्स के बीच एक ऐसी अनोखी फिल्म भी है जहाँ सलमान ने अपने करियर का सबसे अलग और संवेदनशील अवतार दिखाया - जिसने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर जादू किया बल्कि उनकी एक्टिंग रेंज को भी नए आयाम दिए।
सलमान खान की “म्यूजिकल" फिल्म
यह फिल्म उनकी पिछली सुपरहिट फिल्मों जैसे 'दबंग', 'सिकंदर' और 'किक' को भी पीछे छोड़ चुकी है। फिल्म की IMDB रेटिंग भी टॉप क्लास है, जो दर्शकों के बीच इसकी लोकप्रियता को साबित करती है।
क्या आपको पता है कि सलमान खान की सबसे अधिक रेटेड फिल्म कोई एक्शन-पैक्ड ब्लॉकबस्टर नहीं, बल्कि एक म्यूजिकल ड्रामा है? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं "खामोशी: द म्यूजिकल" की, जिसने IMDb पर 7.5/10 की एक्सीलेंट रेटिंग हासिल की है, यह रेटिंग उनकी कई लोकप्रिय फिल्मों से कहीं अधिक है - जैसे कि दबंग (6.2), टाइगर जिंदा है (5.9) और किक (3.3).
खामोशी: द म्यूजिकल
1996 में रिलीज हुई फिल्म 'खामोशी: द म्यूजिकल' एक ऐसी मार्मिक कहानी है जो दर्शकों के दिल को छू जाती है। इस फिल्म में सलमान खान और मनीषा कोइराला ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई हैं, जबकि संजय लीला भंसाली ने इसके निर्देशन की बागडोर संभाली थी, यह भंसाली की बतौर डायरेक्टर डेब्यू मूवी थी. फिल्म एक ऐसे परिवार की कहानी बयाँ करती है जहाँ माता-पिता गूँगे और बहरे हैं, लेकिन उनकी आत्मा संगीत की धुनों से गूँजती है। इसके अलावा, नाना पाटेकर, सीमा बिस्वास और रघुवीर यादव जैसे दिग्गज कलाकारों ने भी अपने शानदार अभिनय से फिल्म को और भी यादगार बना दिया।
फिल्म का बजट लगभग 6 करोड़ था और बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन औसत से नीचे ही रहा लेकिन फिल्म के गाने 'बाहों के दरमियान' और आज मैं ऊपर ने अलग पहचान बनाई , फ्लॉप होने के बाद यह फिल्म कल्ट क्लासिक कृतियों में गिनी जाती है।
निष्कर्ष
2 घंटे 40 मिनट की फिल्म खामोशी न सिर्फ एक संगीतमय प्रेम कहानी है, बल्कि यह मूक भावनाओं और संगीत की शक्ति को बखूबी दर्शाती है। आज भी यह फिल्म दर्शकों के दिलों में जिंदा है और संजय लीला भंसाली की कलात्मक दृष्टि का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस फिल्म ने साबित किया कि सलमान सिर्फ एक्शन ही नहीं, बल्कि गहरी भावनाओं और संगीत से भरे किरदारों को भी बखूबी निभा सकते हैं। अगर आपने अभी तक "खामोशी" नहीं देखी है, तो यही सही समय है इस मास्टरपीस को अनुभव करने का!