कल्पना कीजिए एक तूफान की - जो न सिर्फ आती है, बल्कि रिकॉर्ड बुक को उड़ाकर रख देती है। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आज ऐसा ही कुछ हुआ, जहाँ ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम ने भारत के खिलाफ महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में अपने सबसे बड़े स्कोर की बराबरी करते हुए 412 रन का पहाड़ खड़ा कर दिया। और इस तूफान की आँधी थीं बाएं हाथ की धाकड़ बल्लेबाज बेथ मूनी, जिन्होंने सिर्फ 57 गेंदों में शतक जड़कर सबको हैरान कर दिया।

यह मैच तीन मैचों की सीरीज का निर्णायक दौर था, जो 1-1 से बराबरी पर थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसने न सिर्फ सीरीज, बल्कि आने वाले महिला क्रिकेट विश्व कप के लिए भी एक स्पष्ट संदेश दे दिया है।
ऑस्ट्रेलिया का रन बवंडर: एक आँकड़ों वाली कहानी
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी 50 ओवर की पारी में 47.5 ओवर खेलकर 412 रन बनाए। यह स्कोर उनके अपने ही 1997 के रिकॉर्ड के बराबर है, जब उन्होंने डेनमार्क के खिलाफ भी 412 रन बनाए थे। लेकिन आज का प्रदर्शन उससे भी ज्यादा विस्फोटक था।
- कुल गेंदें: 287
- चौके: 60
- छक्के: 5
- रन रेट: 8.56 प्रति ओवर
यानी, हर ओवर में औसतन 8 से ज्यादा रन! यह आँकड़ा बताता है कि भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने चौकों की क्या बारिश की।
बेथ मूनी: रिकॉर्ड्स की रानी बनकर उभरीं
अगर ऑस्ट्रेलिया की पारी एक सिम्फनी थी, तो बेथ मूनी उसकी मुख्य धुन थीं। उन्होंने न सिर्फ 75 गेंदों में 138 रनों की धमाकेदार पारी खेली, बल्कि अपना नाम महिला वनडे के इतिहास में भी दर्ज करा लिया।
- उन्होंने महज 57 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
- यह महिला वनडे क्रिकेट का तीसरा सबसे तेज शतक है।
- वह इस सूची में मेग लेनिंग (45 गेंद) और करेन रॉल्टन (57 गेंद) जैसी दिग्गजों के साथ शामिल हो गई हैं।
मूनी की इस पारी ने यह साबित कर दिया कि वह न सिर्फ कंसिस्टेंट हैं, बल्कि जब रन रेट बढ़ाने की बात आती है, तो वह दुनिया की सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं।
टीम का समर्थन: वोल और गार्डनर ने बनाई मजबूत नींव
किसी भी बड़े स्कोर की नींव सामूहिक प्रयास से ही तैयार होती है। मूनी के तूफान के साथ-साथ अन्य बल्लेबाजों ने भी अपनी भूमिका निभाई।
- जॉर्जिया वोल: ओपनर वोल ने 68 गेंदों में 81 रन की शानदार शुरुआत की, जिसने मूनी को आक्रामक खेलने की आजादी दी।
- एश्ले गार्डनर: 39 रनों की ताबड़तोड़ पारी के साथ मध्यक्रम को स्थिरता दी।
- कप्तान अलीसा हीली: 30 रन बनाकर भी कंट्रीब्यूशन दिया।
इस सामूहिक प्रयास ने ही ऑस्ट्रेलिया को इस ऐतिहासिक स्कोर तक पहुँचाया।
भारतीय गेंदबाजी पर पड़ा दबाव
इतने बड़े स्कोर के सामने भारतीय गेंदबाजी की कमर टूटती नजर आई। हालाँकि, कुछ गेंदबाजों ने संघर्ष किया।
- अरूंधति रेड्डी: 3 विकेट लेकर सबसे सफल रहीं।
- रेणुका सिंह और दीप्ति शर्मा: दो-दो विकेट हासिल किए।
- स्नेह राणा और क्रांति गौड़: एक-एक विकेट लिया।
लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने उनकी गेंदबाजी का जवाब नहीं था।
विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया का बड़ा संदेश
यह मैच और यह सीरीज महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 से ठीक पहले खेली जा रही है, जो 30 सितंबर से शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया के इस प्रदर्शन ने दुनिया भर की टीमों के लिए एक चेतावनी जारी कर दी है। वह defending champions हैं और उन्होंने आज दिखा दिया कि वह अपना खिताब बरकरार रखने के लिए कितनी गंभीर हैं।
भारत के सामने अब 413 रनों का एक पहाड़नुमा लक्ष्य है। सीरीज जीतने के लिए उन्हें न सिर्फ यह लक्ष्य हासिल करना होगा, बल्कि महिला वनडे इतिहास का सबसे बड़ा रन पीछा भी करना होगा।
अंतिम विचार
आज का दिन बेथ मूनी और ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम के नाम रहा। उन्होंने न सिर्फ एक मैच, बल्कि belief systems को चुनौती दी है कि महिला क्रिकेट में कितने रन बनाए जा सकते हैं। यह पारी न सिर्फ आँकड़ों में, बल्कि हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में याद रहने वाली है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम इस चुनौती का कैसे जवाब देती है।