
बॉलीवुड के 'ही-मैन' और दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज सुबह निधन हो गया। 89 वर्ष की उम्र में इस महान कलाकार ने अपना अंतिम सांस ली, जिससे पूरा हिंदी सिनेमा जगत शोक में डूब गया है।
क्या वाकई चले गए धर्मेंद्र? अभी भी बाकी है आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में धर्मेंद्र के निधन की खबर दी जा रही है, लेकिन अभी तक परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस अनिश्चितता ने उनके करोड़ों प्रशंसकों की चिंता और बढ़ा दी है।
"यह एक युग का अंत है... एक बहुत बड़ा मेगा स्टार... मेनस्ट्रीम सिनेमा में एक HERO का रूप..." - करण जौहर ने इंस्टाग्राम पर लिखा
धर्मेंद्र के स्वास्थ्य का सफर: अस्पताल से श्मशान तक
पिछले कुछ हफ्तों से धर्मेंद्र का स्वास्थ्य चिंता का विषय बना हुआ था:
- 10 नवंबर: सांस लेने में तकलीफ के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया
- 12 नवंबर: डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया और घर पर ही इलाज जारी रखने का निर्णय लिया
- आज सुबह: उनके जुहू स्थित आवास से एक एंबुलेंस को श्मशान घाट की ओर जाते देखा गया
परिवार का साथ: अंतिम समय में कौन था मौजूद?
धर्मेंद्र अपने अंतिम दिनों में परिवार के स्नेह और देखभाल से घिरे हुए थे:
- बेटे सनी देओल लगातार उनके साथ थे
- पहली पत्नी प्रकाश कौर और उनकी बेटियां भी मौजूद थीं
- अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन भी श्मशान घाट पहुंचे
सात दशकों का शानदार सफर: शोले से लेकर आखिरी फिल्म तक
धर्मेंद्र ने अपने 7 दशकों से अधिक लंबे करियर में हिंदी सिनेमा को कुछ यादगार फिल्में दीं:
| फिल्म | वर्ष | यादगार पहलू |
|---|---|---|
| शोले | 1975 | 'बसंती इन कुत्तों के आगे मत नाचना' डायलॉग |
| चुपके चुपके | 1975 | शशि कपूर के साथ जोड़ी |
| सीता और गीता | 1972 | हेमा मालिनी के साथ पहली फिल्म |
| धरम वीर | 1977 | एक्शन हीरो के रूप में छवि |
आखिरी फिल्म 'इक्कीस': अधूरी रह गई एक और कहानी
सबसे दुखद बात यह है कि धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म 'इक्कीस' इसी साल 25 दिसंबर को रिलीज होनी थी, जिसमें वह अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा के साथ नजर आने वाले थे। अफसोस, फिल्म के रिलीज से पहले ही यह महान कलाकार हमें अलविदा कह गया।
क्यों खास थे धर्मेंद्र? हिंदी सिनेमा में उनका योगदान
- 300 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी
- रोमांटिक हीरो से एक्शन स्टार तक का सफर तय किया
- 89 वर्ष की उम्र में भी एक्टिव रहे और काम करते रहे
- कई पीढ़ियों के दर्शकों के चहेते बने रहे
धर्मेंद्र के जीवन की मुख्य बातें:
- जन्म: 8 दिसंबर, 1935
- पहली फिल्म: दिल भी तेरा हम भी तेरे (1960)
- प्रमुख पुरस्कार: 2 फिल्मफेयर अवार्ड, पद्मश्री (2012)
- विशेषता: हिंदी सिनेमा के पहले 'ही-मैन'
विदाई का समय: एक युग का सूर्य अस्त हो गया
जैसे-जैसे यह खबर फैल रही है, पूरा बॉलीवुड और उनके प्रशंसक सदमे में हैं। धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि हिंदी सिनेमा के एक जीवंत इतिहास थे। उनकी मृत्यु के साथ ही बॉलीवुड के सुनहरे दौर का एक अध्याय हमेशा के लिए बंद हो गया है।
निष्कर्ष
हालांकि आधिकारिक पुष्टि का अभी भी इंतजार है, लेकिन अगर यह खबर सच साबित होती है, तो हिंदी सिनेमा ने अपने सबसे चमकदार सितारों में से एक को खो दिया है। धर्मेंद्र की विरासत उनकी फिल्मों, उनके डायलॉग्स और करोड़ों दिलों में बसी उनकी यादों के रूप में हमेशा जीवित रहेगी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं।