वैश्विक स्तर पर लाखों की संख्या में अपने विचारों को बल देने के लिए संस्थाओं का निर्माण हुआ है सामाजिक हो या धार्मिक सभी अपना वर्चस्व बनाने की होड़ में प्रतियोगी बने हुए हैं लेकिन पिछले कई दशकों में कई न्यूज एजेंसियों और सूत्रों से एक संगठन कौतूहल और रहस्य का विषय बना हुआ है।
हम बात कर रहे हैं "इल्युमिनाटी ग्रुप की" दावा तो यह भी किया जा रहा है कि यह संस्थान वैश्विक स्तर पर देशों को नियन्त्रण कर रहा है देशों के राजनैतिक और सामाजिक तंत्र के हिस्सों को मैनेज इन्हीं के द्वारा किया जाता है आइए जानते हैं इस संगठन के बारे में।
Illuminati क्या है
ऐसा माना जाता है कि यह एक सीक्रेट सोसायटी संगठन है जो लगभग 200 साल पहले बनाया गया था इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं मिलती है लेकिन हर दशक के कुछ खबरें मीडिया और अन्य सोर्सेज से जरूर मिलती रहती हैं अब इस ग्रुप का भौतिक अस्तित्व है या नही इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन कुछ खबरे हैं कि इसके सदस्य विश्व के अलग अलग कोनों में रहते हैं और वहीं से नियन्त्रण करते हैं ग्रुप के लोग शैतान को मानते हैं और धार्मिकता के खिलाफ हैं उनका विश्वास तर्कों के आधार पर चलता है।
कई देशों की दिशा और दशा का निर्धारण इनकी सभाओं में होता है कुछ समय पहले रिलीज हुई फिल्म Doctor Strange Part 2 में इसके संगठन के सदस्य के बारे के कहानी का चित्रण किया गया था।
कैसे बना यह ग्रुप और क्या है इतिहास Illuminati Group का
सेंट्रल यूरोप के Germany में Bavaria नाम का राज्य है इस ग्रुप के शुरूवात की कहानी इसी राज्य से शुरू होती है सन 1748 में यहां एक बच्चे का जन्म होता है इसका नाम था Adam Weishaupt। एडम के माता-पिता यहूदी धर्म को मानने वाले थे लेकिन वह बड़े होने पर ईसाई धर्म को अपना लेता है। धर्म और धार्मिक संगठन से सम्बन्धित कानूनों में उनकी अत्यधिक रुचि थी परिणाम स्वरूप इसी विषय से पढ़ाई पूरी की और पास के शहर Ingolstadt में एक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्त हुए।
व्हीशॉप्ट जिस यूनिवर्सिटी में पदस्थ हुए वहां पर उनको छोड़कर सभी कलीग पादरी थे और खास बात यह थी कि सभी पादरी Roman Catholic चर्च के jesuits सोसाइटी से तालुक रखते थे और यह संप्रदाय पोप के करीबी माना जाता है इनका काम ही दुनिया भर में ईसाई धर्म का प्रचार करना है।
(मुगलिया सल्तनत में अकबर के पास भी इसी सोसाइटी के लोग आए थे और अकबर ने उन्हें लाहौर में चर्च बनाने के लिए भूमि और अनुमति दी थी)
जेसुइक के लोग उन लोगों का पक्ष लेते थे जिन्हे यूरोपियन देशों ने गुलाम बनाया था उससे यूरोपियन संगठन द्वारा इन पर बैन लगा दिया गया और इनकी गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रहे।पादरियों का यह संगठन इस वजह से किसी अन्य पर भरोसा नहीं करता था और प्रोफ़ेसर के साथ परायापन वाला ब्योहार करते थे और उनके सुझाव और विचारों को तवज्जो नहीं देते थे इस बात से तंग आकर व्हीशॉफ्ट ने दूसरे संगठनों की तरफ रुख किया।
वह ऐसी संगठन की खोज करने लगे जहां उनको आजादी से विचार रखने का मंच मिले, प्रोफेसर का उद्देश था कि धार्मिक बदलाव समाज में लाना जरूरी है समाज को सिर्फ रिलीजियस किताबों के अनुसार नही जबकि तर्कशक्ति और वैज्ञानिक आधार पर चलना चाहिए वह सोशल तौर तरीकों से संतुष्ट नहीं थे इन्हीं विचारों को आगे ले जाने के लिए वह एक धार्मिक समुदाय "फ्रीमेसंस" से जुड़े (ऐसा दावा किया जाता है कि यह संस्थान फिलॉस्फी और धार्मिक वाद विवाद के लिए मंच प्रदान करती है भारत से स्वामी विवेकानंद भी कुछ दिन इससे जुड़े थे) लेकिन कुछ ही दिन में एडम को लगने लगा कि इस संस्था में वह दम नही है जो उन्हें चाहिए।
1 May 1776 को प्रोफेसर Adam Weishaupt अपने चार शिष्यों के साथ इंग्लोस्टेड्ट के जंगल में रात के समय एक खुफिया सभा का आयोजन करते हैं जहां पर इस संस्था का नाम इल्युमिनाटी रखते हैं यह संस्था पूरी तरह चोरी छुपे काम करेगी और इसका कोई भी मेंबर 30 साल से ज्यादा का नही होगा इस तरह से यह संगठन अस्तित्व में आया।
Illuminati Group Symbol
इस संगठन का प्रतीक चिन्ह Owl है और यह हमारे भारत की ही तरह वहां की देवी की सवारी या सहायक है इस वजह से उसे बुद्धि, वैचारिकता और न्यायिक का संकेत माना गया।
इस संगठन का प्रसार एक साल के अंदर ही बहुत हो गया इसके खुफिया सदस्य हिडेन तरीके से दूसरे धार्मिक संगठनों में पहुंचकर उनके सदस्यों को अपने संस्था के शामिल होने को कानवेंस करते थे।
Illuminati Logo or Sign
इल्युमिनती के चिन्ह या लोगो इनके संगठन की संरचना को प्रकट करता है चिन्ह में एक पिरामिड है और उसके ऊपर एक आंख बनी है इसके संगठन में जुड़े लोग तीन तरह के थे जिनका बटवारा अलग अलग लेवल के आधार पर था।
- ग्रुप A में वह लोग हैं जो सबसे ताकतवर हैं यहीं से रूल को डायरेक्शन दी जाती है।
- ग्रुप B में नए मेंबर्स को संस्था में पंजीकृत कराना तथा संस्था के काम काज के बारे में गहन जानकारी देना।
- Group C पिरामिड के निचले हिस्से के लोग ऊपर के ऑर्डर का इंतजार कर होने वाली सभाओं के आयोजन में हिस्सा लेते थे।
इल्यूमीनाटी संगठन पर बैन क्यों लगा
इस संगठन का उद्देश्य था कि धार्मिक मजहबों की दीवार तोड़कर वैज्ञानिकता के सिद्धांत पर चला जाए समाज उदारवादी रवैया अपनाए इन बातों को समर्थन संगठन के शुरुवाती समय में खूब मिला। एक वर्ष के भीतर ही इनके सदस्यों की संख्या लगभग 4 से 5 हजार के बीच हो गई थी इसी बीच बवेरिया राज्य का राजा परिवर्तित होकर एक लिबरल समर्थक बना जिसका नाम था चार्ल्स।
चार्ल्स भी उदारवादी व्यक्तित्व का था और इसी वजह से बवेरिया के कई रईस घराने नए राजा के खिलाफ हो गए और इसके बाद वहां सरकार का बदलाव हुआ और इलूमिनती के ठिकानों पर छापेमारी शुरू हो गई। छापेमारी से जो कागजांच सामने आए उससे सब भौचक्के रह गए पता चला कि
- यह संगठन समस्त विश्व को अपने नियंत्रण में लेने के लिए षड्यंत्र कर रहा था प्रोफेसर adam खुद को इस संगठन का किंग का दर्जा दिया था।
- उस समय भी अबॉर्शन के खिलाफ सारी दुनिया थी लेकिन इस संगठन के अनुसार गलत नही माना जाता था।
- इस संस्था के अनुसार अगर आप बहुत ज्यादा परेशान हैं तो खुदकुशी ही इसका उपाय है।
- इस संस्था का बिलीफ यह था कि जो गलती करे उसे मौत की सजा दी जाए।
- एक ऐसी स्याही दस्तावेजों से प्राप्त हुई जो ट्रांसपेरेंट थी इसी का इस्तेमाल कर सदस्य खुफिया तरीके से बातों का प्रचार करते थे।
- इनकी नजर में भगवान को और धार्मिक आध्यात्मिक लोग मूर्ख हैं।
जब यह बाते खुलकर सामने आईं तो Adam Weishaupt को देश निकाला की सजा दी गई और संस्थान में हमेशा के लिए रोक लगा दी गई। हालांकि समय समय पर इससे जुड़ी खबरें आती रहीं सन 1797 में जर्मनी में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई उस रिपोर्ट के अनुसार कहा गया कि इलूमिनाती ग्रुप के सदस्य अन्य धार्मिक संगठनों जैसे "फ्रीमसंस" और "जैकोविंस" संस्थाओं में अपने विचारों की नीव डाल दी थी। जैकोविन्स संस्था से जुड़ने की वजह से सालों तक illuminati ग्रुप का खौफ जिन्दा रहा क्योंकि इसी आर्गनाइजेशन का हांथ "फ्रांस की क्रांति" में माना जाता है क्योंकि फ्रेंच रिवोल्यूशन जैसी वैश्विक घटना सदियों में एक बार होती है।
इलूमिनाटी खबरों में
यह संस्था बंद होने के बाद हमेशा खबरों में रही वर्तमान में कई इंटरनेशनल सिंगर्स को इससे जुड़ा बताया जा रहा है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन कैनेडी |
- 1798 में अमेरिका के मौजूदा प्रेसीडेंट जार्ज वाशिंगटन ने अपनी चिट्ठी में इस संगठन से खतरा होने का जिक्र किया था।
- अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति Thomas Jefferson पर आरोप था कि वह illuminati ग्रुप के सदस्य हैं।
- 22 Nov 1963 को अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन कैनेडी की हत्या एक महिला ने ऐसे कैमरे से हत्या की जो पिस्तौल का काम करता था आज तक उनकी मौत रहस्य है और उस महिला का सम्बन्ध इल्यूमिनाती ग्रुप से बताया जा रहा था।
Illuminati Meaning in hindi
बहुत सारे लोगों के मन में यह उत्सुकता रहती है कि इस शब्द का मतलब क्या है बहुत लोग जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि इल्यूमीनाटी मूल रूप से लैटिन भाषा का शब्द है और हिन्दी में इसका मतलब "प्रबुद्ध" होता है अर्थात वह व्यक्ति जो अपने आपको दूसरों से विषेश ज्ञानी होने का दम्भ भरते हैं।
Read also,
निष्कर्ष
illuminati Group से जुड़ी जानकारी इंटरनेट में प्रसारित सामग्री के आधार पर दी गई है इस ग्रुप की वास्तविकता या काल्पनिकता के सत्यापन की गारंटी हम नही लेते हैं हमारा इस पर कोई मत नही है।