Covid 19 या Corona का नाम सुनते ही सबसे पहले मन में क्या आता है, शायद 2020 का लॉकडाउन, हॉस्पिटल पीड़ित लोग या घर के अंदर बंद रहना। पिछले कुछ दिनों में भारत में इसके कुछ खौफनाक केस देखे गए हैं।

पिछले कुछ सप्ताह में कोविड का नया वेरिएंट मरीजों में देखा गया है, सोशल मीडिया और न्यूज चैनल में इसकी खबरें चल रहीं है लोग लगातार सवाल पूछ रहे हैं पैनिक हो रहे हैं, आइए हम आपको पूरी जानकारी देते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला।
कोविड पर ताजा अपडेट
140 करोड़ के हमारे देश भारत में अब तक लगभग 250 से 300 लोगों में इसके लक्षण दिखाई दिए हैं यह घबराने वाली बात नहीं है लेकिन सुरक्षा बरतने वाली बात जरूर है. इस मामले की गंभीरता यह है कि केवल एक सप्ताह यानी 12 से 19 मई के बीच 164 लोगों को इसके वायरस ने चपेट में लिया है, स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट (mohfw.gov.in) पर विजिट कर ताजा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- राज्यों की बात करें तो केरल में सबसे ज्यादा लोग इससे पीड़ित हैं रिकॉर्ड के अनुसार अलग अलग जिलों में कुल 182 लोग इससे पीड़ित पाए गए हैं जिनमें 82 सक्रिय मामले हैं और एक मौत भी हुई है।
- महाराष्ट्र में इस महीने में 95 मामले सामने आए जिनमें 56 एक्टिव मामले हैं 2 लोगों के मरने की खबर थी लेकिन बाद में स्वास्थ्य विभाग ने इसे खारिज कर दिया।
- मुंबई में अकेले 53 लोग इससे पीड़ित हैं जिनमें 4 महीने का नवजात भी शामिल है।
- तमिलनाडु में 66 और अन्य गुजरात, गोवा, कर्नाटक से 16 मामले सामने आए हैं।
कोविड का नया वैरिएंट
इस बार का वायरस पिछले बार के वेरिएंट से अलग है इस बार इसका नाम JF.1, LF.7 और NB1.8 है, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2023 में इन्हें तेजी से फैलने वाला बताया था।
एशियाई देखो में देखा जाए तो सबसे ज्यादा इसका प्रभाव सिंगापुर और हांगकांग में है वहां पर लगातार मामले बढ़ रहे हैं Singapore में लगभग 15000 रोगी हैं और हांगकांग में 35 लोग मरने की खबर है लगातार नए केस बढ़ रहे हैं। भारत में इसके सिम्टम्स 11 राज्यों में दिखाई दिए हैं अभी तक मामला बहुत गंभीर नहीं है, केंद्र सरकार ने NDRC की टीम के साथ मीटिंग कर नजर बनाए हुए हैं वहीं केरल में अलर्ट घोषित है और BMC भी लगातार काम कर रहा है।
कोविड के लक्षण और विशेषज्ञों की राय
सबसे पहले तो टेस्ट का चले जाना और किसी चीज की सूंघने की शक्ति का क्षीण हो जाना, बुखार आन, शरीर में दर्द या जकड़न होना यह सब सामान्य लक्षण हैं।
- डॉक्टर गंगाखेडकर ने कहा है कि स्थिति पूरी कंट्रोल में है अभी तक मौत वगैरह नहीं हुई है लोग ठीक हो रहे हैं।
- डॉक्टर कृष्ण प्रसाद जो कि डेटा विश्लेषक भी हैं कहा है कि यह अंडेमिक यानी कि सामान्य बीमारी बन चुकी है मामले घटते बढ़ते रहेंगे, घबराने की जरूरत नहीं है।
निष्कर्ष
भारत में लगभग 80 से 85 प्रतिशत लोगों का टीकारण हो चुका है जिन्हें 2 डोज लग चुके हैं तो अगर कोरोना वायरस अपने प्रभाव में ले भी लेगा तो ज्यादा असर नहीं दिखा पाएगा, थोड़े ट्रीटमेंट से मरीज रिकवर हो जाएगा, हाल ही में पुणे में 87 वर्ष की एक महिला कुछ ही दिनों में ठीक हो गई हैं इसलिए बहुत पैनिक न हों हां सुरक्षा ही बचाव है मास्क और सेनिटाइजर के साथ साफ सफाई का ध्यान जरूर दें।