बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान ने हाल ही में कश्मीर के पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सख्त रुख अपनाया। अपने बयान में उन्होंने स्पष्ट किया कि वो आतंकवादियों को किसी भी धर्म से नहीं जोड़ते। "मैं आतंक फैलाने वालों को मुसलमान नहीं मानता," उन्होंने कहा।

यह टिप्पणी उस वक्त सामने आई जब कुछ लोगों ने उन पर संवेदनशील मुद्दों पर चुप रहने का आरोप लगाया था। आमिर ने इस मौके पर आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि धर्म का नाम लेकर हिंसा फैलाना किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकता। उनके इस स्टैंड को सोशल मीडिया पर काफी सराहना भी मिल रही है।
पहलगाम हमले के बाद पहली बार बोले आमिर
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान का पहलगाम आतंकी हमले और भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर दिया गया भावुक रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले और भारतीय सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आमिर ने देशभक्ति और शहीदों के प्रति सम्मान भरे शब्द कहे हैं।
इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर सक्रिय न होने के कारण उनके विचार लोगों तक नहीं पहुँच पाए, जिससे कई लोगों ने उन्हें गलत समझ लिया। इससे पहले, इन मुद्दों पर उनकी चुप्पी को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई थी।
सितारे जमीन के प्रमोशन में बोले आमिर
आमिर की आगामी फिल्म 'सितारे जमीं पर' की चर्चा भी जोरों पर है, जो 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। अभिनेता आमिर खान पहलगाम हमले पर कहा "यह देखकर दिल दहल जाता है कि आतंकवादी निर्दोष नागरिकों पर गोलियां बरसा रहे हैं। ये पीड़ित कोई और नहीं, बल्कि आम परिवार के लोग हैं।"
आगे कहा, "सोचिए, उस जगह मैं भी हो सकता था, आप भी हो सकते थे। किसी का धर्म पूछकर उस पर गोली चलाने का क्या मतलब है? मैंने पहले भी इस विषय पर अपनी राय रखी है।"
आतंकी हमला सिर्फ जनता नहीं, बल्कि देश की एकता पर प्रहार
एक्टर ने कहा कि एक सवाल के जवाब में मैंने साफ कहा था - यह आतंकी हमला सिर्फ हमारे देश के नागरिकों पर नहीं, बल्कि भारत की अखंडता पर सीधा प्रहार था। जिन लोगों ने यह घृणित कृत्य किया, उन्हें हमारी सेना ने करारा जवाब दे दिया है। आगे व्यंग्यात्मक रवैए से आमिर ने कहा कि कुछ मेरे चाहने वाले हैं जो मेरे द्वारा बोले शब्दों को तोड़ मरोड़ के पेश करते हैं।
'मैं फिल्मों से बड़ा देश को मानता हूं'
खान ने कहा कि उन्हें आर्म्ड फोर्सेज के बारे में बात करने में कोई संकोच नहीं है, क्योंकि देशभक्ति किसी फिल्म से बढ़कर है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ होने वाला था, लेकिन देश पर हुए हमले के बाद उन्होंने तुरंत सभी प्रमोशनल एक्टिविटीज़ रोक दीं। उस दिन हर हिंदुस्तानी की तरह मेरा दिल दुख और गुस्से से भर गया। मैं कई दिनों तक उदास रहा, घर से बाहर भी नहीं निकला।
आमिर ने कहा इस्लाम और आतंकवाद में कोई संबंध नहीं
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने इस्लाम धर्म के प्रति गलतफहमियों को दूर करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस्लाम किसी भी प्रकार की हिंसा को बढ़ावा नहीं देता। उन्होंने जोर देकर कहा, "किसी भी धर्म का सिद्धांत हत्या या हिंसा का समर्थन नहीं करता। जो लोग आतंक फैलाते हैं, वे वास्तव में इस्लाम के मूल सिद्धांतों के विपरीत काम कर रहे हैं।"
आगे कहा, "इस्लाम स्पष्ट रूप से निर्दोष लोगों, महिलाओं और बच्चों को नुकसान पहुंचाने से मना करता है। ये आतंकवादी खुद को मुसलमान कहते हैं, लेकिन उनके कार्य पूरी तरह से धर्म के विरुद्ध हैं।"
अंतिम शब्द,
आज के समय में जब कुछ गलत तत्व धर्म के नाम पर हिंसा को जायज ठहराने की कोशिश करते हैं, तो आमिर जैसी प्रभावशाली हस्तियों की स्पष्टवादिता समाज को सही दिशा देने में मदद करती है। इस तरह के संदेशों से न केवल धार्मिक सद्भाव बढ़ता है, बल्कि युवाओं को भी सही मार्गदर्शन मिलता है। आपकी क्या राय है कमेंट में जरूर स्पष्ट करें।