12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (फ्लाइट AI-171), जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भर रहा था।

टेकऑफ के कुछ ही क्षणों बाद मेघानी नगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे ने न केवल यात्रियों और उनके परिवारों को प्रभावित किया, बल्कि स्थानीय निवासियों के बीच भी दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
पूर्व सीएम रुपानी समेत 241 लोग मरने की सूचना
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी भी इस प्लेन में सवार थे जिनके मरने की पुष्टि कुछ घंटों बाद हो गई है इसके अलावा 230 यात्री 12 क्रू मेंबर शामिल थे जिनमें 53 ब्रिटिश नागरिक और 7 पुर्तगाली, 169 भारतीय यात्री शामिल हैं। BBC ने एक रिपोर्ट में अब तक 204 लोगों के मरने की पुष्टि की है, यह अंतिम आकंड़े नहीं हैं।
मेडिकल कॉलेज के लगभग 25 स्टूडेंट के मरने की खबर है। हादसे का असर केवल यात्रियों तक सीमित नहीं रहा। अहमदाबाद का मेघानी नगर, जहां विमान क्रैश हुआ, एक घनी आबादी वाला रिहायशी इलाका है। विमान के मलबे ने आसपास की इमारतों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया, और कई स्थानीय लोग भी घायल हुए।
हादसे का कारण
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की टीम ने प्रारंभिक जांच में पाया कि इंजन में तकनीकी खराबी या किसी वस्तु के टकराने से यह दुर्घटना घटी है क्योंकि जहाज के कैप्टन पायलट सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर ने 'मेडे' सिग्नल भेजा था, यह एक प्रकार से इमर्जेंसी संकट के समय भेजे जाने वाला संदेश है। जहाज तकनीकी के जानकार लोगों का कहना है कि सबसे ज्यादा हादसे टेकऑफ़ और लैंडिंग के समय होते हैं 2023 की रिपोर्ट के अनुसार 109 विमान हादसों में 37 टेकऑफ़ के दौरान हुए हैं।
युद्ध स्तर पर बचाव राहत कार्य
Air India की फ्लाइट अहमदाबाद से लन्दन की तरफ उड़ने के साथ ही यह हादसा हुआ, इसके तुरंत बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल ने सारे कार्यक्रम रद्द करते हुए आनन फानन में फायर ब्रिगेड से लेकर 1200 बेड की तत्काल व्यवस्था करवाने की सूचना है NSG राहत बचाव कार्य के लिए तुरंत बुलाई गई है, नागरिक उड्डयन मंत्री से लेकर गृहमंत्री अमित शाह सीधे इस दुर्घटना का जायजा ले रहे हैं। इस हादसे पर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उड्डयन मंत्री से लेकर गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
हेल्पलाइन जारी
एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया, ताकि प्रभावित यात्रियों के परिजन जानकारी प्राप्त कर सकें। ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 02070085000 जारी किया।
यदि आपके कोई परिजन इस फ्लाइट में सवार थे, तो तुरंत एयर इंडिया की हेल्पलाइन 1800 5691 444 या नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष (011-24610843, 9650391859) से संपर्क करें। सोशल मीडिया की अफवाहों से बचें।
निष्कर्ष
यह एक बड़ी दुर्घटना है जिसमें विमान में सवार यात्रियों के अलावा भी कई लोगों की जान जाने की खबरें लगातार मिल रही हैं ऐसे समय में सोशल मीडिया या अन्य खबरों से पैनिक न हों सही जानकारी के लिए विश्वसनीय स्रोतों का इस्तेमाल करें, इसके पहले इतनी बड़ी घटना 1978 में एक प्लेन दुर्घटना में मुंबई में 213 लोग मारे गए थे।