बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान, Rajat Sharma के शो Aap Ki Adalat में 'लव जिहाद' को लेकर चर्चाओं पर अपनी स्पष्ट राय रखी। उन्होंने इस मुद्दे पर तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाते हुए कहा, "मेरी दोनों बहनें और मेरी बेटी ऐशा ने हिंदू पुरुषों से विवाह किया है। क्या इसे भी लव जिहाद कहा जाएगा?"

इस बयान के जरिए आमिर ने धार्मिक एकता और प्रेम के आधार पर रिश्तों को परिभाषित किया। उन्होंने साफ किया कि प्यार और शादी जैसे निजी फैसलों में धर्म को मुख्य आधार बनाना सही नहीं है।
एक्टर ने 'पीके' फिल्म पर उठे विवादों का दिया जवाब
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने हाल ही में अपनी सुपरहिट फिल्म 'पीके' (2014) को लेकर उठ रहे विवादों पर स्पष्टीकरण दिया। कई वर्षों से यह फिल्म कुछ लोगों द्वारा धर्म-विरोधी बताई जाती रही है, जबकि कुछ का आरोप है कि यह 'लव जिहाद' जैसी संवेदनशील अवधारणा को प्रोत्साहित करती है। इन आरोपों को अपनी तरफ से साफ खारिज करते हुए आमिर ने कहा कि 'पीके' एक मनोरंजक और सामाजिक सोच को उकसाने वाली फिल्म है, जिसका मकसद किसी समुदाय या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाना कतई नहीं था।
आमिर के मुताबिक, 'पीके' में प्रस्तुत समाज पर व्यंग्य किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि अंधविश्वासों और धार्मिक कट्टरता के खिलाफ है।
PK फिल्म के 'लव जिहाद' पर उठे सवाल
इस फिल्म ने अपने अलग हटकर विषय और कहानी ने एक अलग टाइप का सिनेमा प्रस्तुत किया गया था, फिल्म में अनुष्का शर्मा एक हिंदू लड़की और सुशांत सिंह राजपूत एक पाकिस्तानी मुस्लिम युवक की प्रेमकथा को दिखाया गया, जिसने दर्शकों और आलोचकों के बीच बहस छेड़ दी। कई लोगों ने फिल्म के कथानक और प्रेम संबंधों को लेकर सवाल उठाए, जबकि कुछ ने इसे "लव जिहाद" को बढ़ावा देने वाली फिल्म बताया।
"लव जिहाद" जिसमें मुस्लिम पुरुषों पर आरोप लगाया जाता है कि वे गैर-मुस्लिम महिलाओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेम या विवाह के बहाने फंसाते हैं। यह मुद्दा कई बार सांप्रदायिक तनाव को हवा देता रहा है।
आमिर ने कहा प्रेम है धर्म से ऊपर
आमिर ने सवाल उठाते हुए कहा कि "अगर हिंदू-मुस्लिम शादियों को लव जिहाद कहा जाए, तो क्या उनकी बहनों या बेटी का हिंदू पुरुषों से विवाह करना भी इसी श्रेणी में आएगा?" उनकी बहन फरहत की शादी राजीव दत्ता से हुई है, जबकि दूसरी बहन निखत ने संतोष हेगड़े से शादी की। इसके अलावा, उनकी बेटी आइरा खान ने हाल ही में नुपुर शिखरे के साथ विवाह किया है। आमिर खुद भी दो हिंदू महिलाओं—रीना दत्ता और किरण राव—से शादी कर चुके हैं।
बच्चों के मुस्लिम नाम पर उठे सवाल
जब आमिर खान से उनके बच्चों के नामों के पीछे की वजह पूछी गई, तो उन्होंने इसका दिलचस्प जवाब दिया। उनके बच्चों के नाम—आइरा खान, जुनैद खान और आजाद राव खान—हिंदू परंपरा से अलग होने के बावजूद उनकी पत्नियों की पसंद का नतीजा हैं। मशहूर एक्टर ने मजाकिया अंदाज में कहा, "मेरे बच्चों के नाम उनकी मांओं ने चुने हैं, मेरी तरफ से कोई दखल नहीं था। पतियों की इन मामलों में ज्यादा नहीं चलती!"
आमिर ने बताया कि उनकी बेटी आइरा का नाम मेनका गांधी की किताब 'द पेंगुइन बुक ऑफ हिंदू नेम्स' से प्रेरित है, जबकि उनके बेटे आजाद का नाम भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना आजाद के सम्मान में रखा गया। इस तरह, उनके परिवार में धर्म और संस्कृति की खूबसूरत विविधता झलकती है।
निष्कर्ष
आमिर खान ने हाल ही में 'लव जिहाद' की अवधारणा पर अपनी स्पष्ट राय रखी। इस समय वह अपनी फिल्म Sitare Zameen Par के प्रमोशन में व्यस्त हैं उन्होंने कहा, "जब दो अलग-अलग धर्मों के लोग, खासकर हिंदू और मुस्लिम, प्यार करके शादी कर लेते हैं, तो इसे हमेशा 'लव जिहाद' नहीं कहा जा सकता। यह तो बस इंसानियत है, जो धर्म से कहीं ऊपर की चीज है।