Vaibhav Suryavanshi: 14 साल की उम्र में IPL 2025 में रचा इतिहास, 35 गेंदों में ठोका तूफानी शतक

28 अप्रैल 2025 भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया, बिहार के समस्तीपुर जिले के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने IPL 2025 में Rajasthan Royals की ओर से खेलते हुए Gujrat Titans के खिलाफ महज 35 गेंदों में शतक लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया। 

Vaibhav suryavanshi: 14 साल की उम्र में IPL 2025 में रचा इतिहास, 35 गेंदों में ठोका तूफानी शतक

वैभव ने अपने आक्रामक अंदाज से विपक्षी गेंदबाजों की कमर तोड़ के रख दी, बतौर ओपनर यशस्वी जयसवाल के साथ 160 रन से ज्यादा की साझेदारी की, इस कम उम्र के युवा में क्या सचिन की झलक दिखाई देती है।

कौन हैं वैभव सूर्यवंशी?

वैभव सूर्यवंशी का सफर एक साधारण से गांव से शुरू होकर IPL के बड़े मंच तक पहुंचा है। उनकी शुरुआती जिंदगी और क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो:

  • जन्म: 27 मार्च 2011, ताजपुर, समस्तीपुर, बिहार
  • कोचिंग: पिता संजीव सूर्यवंशी द्वारा शुरुआती प्रशिक्षण
  • क्रिकेट की शुरुआत: 9 साल की उम्र में
  • रणजी ट्रॉफी डेब्यू: 12 वर्ष की उम्र में बिहार टीम से
  • अंडर-19 रिकॉर्ड: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक
  • IPL डेब्यू: 1.1 करोड़ रुपये में राजस्थान रॉयल्स द्वारा खरीदे गए

छोटी उम्र में इतने बड़े मुकाम तक पहुंचना वैभव की मेहनत और प्रतिभा का शानदार उदाहरण है।

28 अप्रैल 2025: (RR vs GT) ऐतिहासिक पारी की कहानी

गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गए मैच में वैभव ने अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया। उनकी इस विस्फोटक पारी के मुख्य हाईलाइट्स रहे:

  • पहला ओवर: केवल 6 गेंदों में 30 रन (6, 4, 6, 4, 6, 4)
  • शतक का समय: मात्र 35 गेंदों में
  • बाउंड्री काउंट: 7 चौके और 11 छक्के
  • नया रिकॉर्ड: IPL के इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक (पहला क्रिस गेल के नाम है 30 गेंदों में)

रिकॉर्ड्स जो वैभव ने बनाए

अपने शानदार प्रदर्शन से वैभव सूर्यवंशी ने एक साथ कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए:

  • IPL का दूसरा सबसे तेज शतक: केवल 35 गेंदों में
  • सबसे कम उम्र में शतक: 14 साल और 33 दिन की उम्र में
  • पहले ओवर में 30 रन बनाने का रिकॉर्ड: आईपीएल में बेहद दुर्लभ उपलब्धि
  • सबसे कम उम्र में IPL डेब्यू: 14 साल और 23 दिन में

इन उपलब्धियों ने उन्हें युवराज सिंह, विराट कोहली और क्रिस गेल जैसे दिग्गजों की कतार में ला खड़ा किया।

संघर्ष से सफलता तक का सफर

वैभव की सफलता सिर्फ टैलेंट की नहीं बल्कि त्याग और मेहनत की कहानी भी है। उनके संघर्षों पर नजर डालें तो:

  • पारिवारिक बलिदान: पिता ने जमीन बेचकर क्रिकेट ट्रेनिंग का खर्च उठाया
  • सीमित सुविधाएं: बिहार जैसे राज्य में सीमित संसाधनों के बीच कड़ा संघर्ष
  • निखरती प्रतिभा: राजस्थान रॉयल्स के स्टार खिलाड़ियों के साथ अभ्यास से मिली निखरती तकनीक

वैभव की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं। वैभव के रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया भी गूँज उठा, लगातार #VaibhavSuryavanshi टॉप पर ट्रेंड हो रहा है।

वीरेंद्र सहवाग समेत कई दिग्गजों ने उन्हें लगातार मेहनत करने की सलाह दी थी अगर वैभव इसी तरह खेलते रहे तो जल्द ही वह भारतीय टीम की जर्सी पहनते नजर आ सकते हैं।

वैभव सूर्यवंशी ने यह साबित कर दिया कि सपनों की कोई उम्र नहीं होती। बिहार के छोटे से गांव से निकलकर IPL जैसे बड़े मंच पर 14 साल की उम्र में शतक लगाना एक ऐसी उपलब्धि है जिसे क्रिकेट इतिहास हमेशा याद रखेगा। यह तो बस शुरुआत है, आने वाले समय में वैभव सूर्यवंशी क्रिकेट जगत के सबसे चमकते सितारों में से एक हो सकते हैं।

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Amit Mishra

By Amit Mishra

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