अंग्रेजी हुकूमत में जांबाज़ अफसर थे सलमान खान के दादा, बहादुरी के लिए मिली थी खास उपाधि

सलमान खान फिल्मों में जिस तरह से पुलिसिया वर्दी में किरदारों को निभाते हैं तो ऐसा लगता है कि पुलिस से उनका गहरा नाता है और यह बात एक बार किसी शो में कह भी चुके हैं. हालांकि बहुत लोग सोचे थे कि सलमान खान कई बार जेल जा चुके हैं इसलिए पुलिस से नाते की बात कर रहे हैं।

अंग्रेजी हुकूमत में जांबाज़ अफसर थे सलमान खान के दादा, बहादुरी के लिए मिली थी खास उपाधि

लेकिन असली वजह यह थी कि उनके दादा राशिद खान ब्रिटिश पुलिस में प्रतिष्ठित ऑफिसर थे, उनकी निडरता और देश के प्रति समर्पण की कहानियां आज भी प्रचलित हैं।

सलमान खान का खानदानी इतिहास

सलमान खान की पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो उनके दादा मध्य प्रदेश के इंदौर से थे, पिता सलीम और सलमान का जन्म भी इंदौर में हुआ था, सलीम खान की फिल्मों में रुचि की वजह से वह अपना करियर माया नगरी में तलाश रहे थे और जैसे ही थोड़ा सफलता मिली अपने पूरे परिवार सहित वह मुंबई में बस गए। इसके बाद सलमान के अलावा बाकी दोनों भाई अरबाज और सोहेल ने भी बॉलीवुड में अपना कैरियर बनाया, सलमान पिछले तीन दशक से टॉप एक्टर्स में गिने जाते हैं।

सलमान खान के पूर्वज 1800ईस्वी में अफगानिस्तान से इंदौर आए थे, होलकर राजघराने में काम काज सम्हालते थे, जसीम खान की किताब के अनुसार सलमान का खानदान यूसुफजई पश्तूनों की अकुजई उप-जनजाति से थे।

सलमान के DIG दादाजी

सन 1915 में इंदौर रियासत में अब्दुल राशिद खान को स्टेट पुलिस की सेवा में बतौर डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) के पद पर नियुक्ति हुई, उस समय पुलिस का महत्वपूर्ण और प्रभावशाली पद माना जाता था, वह पुलिस की नौकरी में DIG तक पहुंचे, अंग्रेजी हुकूमत में डीआईजी पुलिस महकमे का दूसरा सबसे बड़ा पद माना जाता था, उनके कार्यकाल के दौरान, उन्हें मंडलेश्वर में एक आवासीय बंगला भी दिया गया था, जहाँ वे 1942 से 1948 तक रहे थे।

दिलेर जंग अवॉर्ड से सम्मानित

राशिद खान इतने बड़े पुलिस के पद में होते हुए भी कभी भी उन्होंने घर पर सरकारी नौकर “अर्दली” नहीं रखते थे अपना काम वह स्वयं करते थे, बड़ी मूंछ और खुली जीप में उन्हें चलना पसंद था, बिना पुलिस की वर्दी में उन्हें लोग सर की बजाय मियां कहकर पुकारते थे। ब्रिटिश साम्राज्य की वफादारी और कार्य में दक्षता की वजह से उन्हें होलकर शाशनकाल में दिलेर जंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ा रोचक किस्सा

सलमान के दादा का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से भी जुड़ा है। 1942 में, 'भारत छोड़ो आंदोलन' के दौरान, ब्रिटिश सरकार ने कई क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। 2 अक्टूबर को, 68 क्रांतिकारियों ने गांधी जी के जन्मदिन पर जेल में एक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी, लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसे मना कर दिया। 

इसके बाद, क्रांतिकारियों ने जेल का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की, जिस पर अब्दुल रशीद खान ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, इससे पता चलता है कि वह अपनी वर्दी के लिए कितने ईमानदार थे, हालांकि आज के समय में यह घटना थोड़ा विवादास्पद मानी जाती है।

निष्कर्ष,

इस तरह, सलमान खान का परिवार न सिर्फ पुलिस विभाग से जुड़ा रहा, बल्कि उनके दादा ने देश की आज़ादी के संघर्ष में भी अपनी भूमिका निभाई. आज भी सलमान अपनी फिल्मों में पुलिस की वर्दी पहनकर अपने पारिवारिक विरासत को जीवित रखते हैं। और कहीं न कहीं अपने दादा के बारे में जब पिता सलीम बताते होंगे तो हो सकता है अपने किरदार में घुसने के लिए अपने दादा जी का व्यक्तित्व धारण करने की कोशिश करते हों। खैर आपको सलमान खान की कौन सा पुलिस वाला कैरेक्टर पसंद है?

Support Us

भारतवर्ष की परंपरा रही है कि कोई सामाजिक संस्थान रहा हो या गुरुकुल, हमेशा समाज ने प्रोत्साहित किया है, अगर आपको भी हमारा योगदान जानकारी के प्रति यथार्थ लग रहा हो तो छोटी सी राशि देकर प्रोत्साहन के रूप में योगदान दे सकते हैं।

Amit Mishra

By Amit Mishra

नमस्कार! यह हमारी टीम के खास मेंबर हैं इनके बारे में बात की जाए तो सोशल स्टडीज में मास्टर्स के साथ ही बिजनेस में भी मास्टर्स हैं सालों कई कोचिंग संस्थानों और अखबारी कार्यालयों से नाता रहा है। लेखक को ऐतिहासिक और राजनीतिक समझ के साथ अध्यात्म,दर्शन की गहरी समझ है इनके लेखों से जुड़कर पाठकों की रुचियां जागृत होंगी साथ ही हम वादा करते हैं कि लेखों के माध्यम से अद्वितीय अनुभव होगा।

Related Posts

Post a Comment