Dyslexia क्या है, लक्षण, कारण, प्रकार और उपचार पूरी जानकारी

अक्सर हम आसपास देखते हैं कि यदि कोई ठीक से पढ़ नही पा रहा है, स्पेलिंग,नंबर लिखने में अक्षम है b और d जैसे अक्षरों को एक ही समझता है और उनमें अंतर करने में समस्या होती है

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या फिर उसके मार्क्स काफी कम आते हैं तो वह एक कमजोर स्टूडेंट या एंप्लॉय होगा ,लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है क्योंकि कई बार यह डिस्लेक्सिया बीमारी के लक्षण हो सकते हैं और उसका हमे पता नही चल पाता है।

Dyslexia disease(What is Dyslexia) क्या है

डिस्लेक्सिया एक (learning disorder) लर्निंग डिसऑर्डर है। जिसमे reading करने में मुश्किल होती है। Letters and numbers को समझना मुश्किल होता है इसे (reading disability) भी कहते हैं यह disorder हमारे ब्रेन के उन हिस्सों को प्रभावित करता है जो भाषा प्रक्रिया (लैंग्वेज प्रोसेस) से जुड़े होते हैं, इस ऑर्डर का एक उदाहरण हमने बॉलीवुड में बनी फिल्म "तारे जमीन पर" देखा था। Taare Zameen Par में Amir Khan और Darsheel Safari अहम भूमिका में थे,इस फिल्म में दर्शील सफारी,जो छोटे बच्चे थे उन्हे यह Disorder था यह फिल्म Dyslexia पर ही आधारित थी। Dyslexia एक ऐसी बीमारी है जिसमे पढ़ना एक Difficult Task होता है। एक्सपर्ट्स की माने तो यह बीमारी 15 से 20 प्रतिशत लोगो में ही पाया जाता है।

यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। बच्चो में होने के साथ साथ इसके लक्षण बड़ों में भी देखने को मिलते हैं। Dyslexia में रीडिंग के अतिरिक्त लिखने में, स्पेलिंग में और मैथ्स में भी मुश्किल आ सकती है। इन सब के बावजूद यह नही कहा जा सकता है कि जो डिस्लेक्सिया से पीड़ित है उसमे इंटेलिजेंस  नही होती है बल्कि उनकी इंटेलिजेंस में ये रीडिंग इश्यू कोई दिक्कत नही करता,वह भी अपनी लाइफ में सफल होते हैं बस ये है कि वह फ्लूएंटली (fluently) Read नहीं कर पाते हैं
जैसे - 

  • b ko d समझना.
  • M ko w समझना.
  • 6 को 9 समझना.

ये सभी मुश्किलें Dyslexia में होती है। Dyslexia से ग्रसित बच्चो को अगर एक Specialized Program के तहत पढ़ाया जाए तो यह अच्छा कर सकते हैं।

 Dyslexia के लक्षण (Symptoms of Dyslexia)

अगर आपके बच्चे में यह लक्षण दिखें तो उसे अनदेखा न करें क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है कि समय पर न ध्यान देने से बच्चे में सुधार की गुंजाइश कम हो जाती है।

  1. छोटे बच्चे अगर देर से बोलना शुरू करें।
  2. लेटर्स याद रखने में उन्हें मुश्किल हो।
  3. Words को गलत pronounce करें।
  4. Nursery rhymes और songs को सीखने में मुश्किल हो तो डिसलेक्सिया की संभावना हो सकती है।
  5. बात को समझ पाना पाना और लैंग्वेज से डील (deal) करना उन्हे मुश्किल लगता हो।
  6. वे सीक्वेंस को याद नहीं रख पाते।
  7. Words के बीच में समानता और असमानता को नहीं बता पाते हैं।

इसी प्रकार टीनेजर्स और एडल्ट्स में भी डिस्लेक्सिया के लक्षण दिखाई देते हैं।
जैसे: 

  • शब्दो को गलत pronounce karna.
  • स्पेलिंग डिफिकल्टीज 
  • स्लो रीडिंग
  • लिखने की चीज को पूरा करने में अधिक समय लेना।
  • याद रखने में मुश्किल होना।
  • एक्सप्रेशंस और जोक्स को नहीं   समझ पाना।

डिस्लेक्सिया से deal करने वाले लोगो का स्वभाव भी सामान्य नही रहता है। Low self esteem भी हो सकता है। Anxiety और Aggression भी होने लगता है। जरूरी नहीं के जिन लोगो मे ये symptoms दिखाई दे उन्हें dyslexia हो,यह सामान्य लोगो में भी हो सकता है।

मतलब यह है कि यहां पर समझना जरूरी है कि बचपन से ही बच्चो की गतिविधियों को अच्छे से समझा जाए, उस पर ध्यान दिया जाए तो माता पिता अच्छे से समझ सकते है कि बच्चे को कोई प्राब्लम हो रही है या नहीं।

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Dyslexia होने के कारण

अभी तक तो dyslexia का कोई मुख्य कारण नही पता चल पाया है लेकिन इसके संभावित कारण हो सकते हैं जैसेकि- जींस , आनुवांशिकता क्योंकि dyslexia एक परिवार की कई पीढ़ियों में मिलता है। 40 प्रतिशत सिबलिंग्स ऐसे होते हैं जिन्हें डिसलेक्सिया होता है। इसके अतिरिक्त ब्रेन की एनारोमी और एक्टिविटी भी dyslexia होने का कारण बनती हैं। बिना dyslexia वाले लोगों के ब्रेन इमेजेस में अंतर होता है।

Dyslexia के प्रकार (Types Of Dyslexia)

Phonological Dyslexia:

  • इसमे words  बनाने के लिए लेटर्स में साउंड add करने में परेशानी होती है।
  • Surface dyslexia:- इसे विजुअल डिसलेक्सिया भी कहा जाता है। इसमें वर्ड्स को देखकर समझने में मुश्किल होती है।
  • Rapid naming deficit:- इसमें जल्दी जल्दी लेटर्स और नंबर्स बताने में प्राब्लम होती है।
  • Double deficit dyslexia:- इसमें phonological dyslexia and RApid naming Dyslexia दोनो पाए जाते है।

Dyslexia के उपचार और निदान

Dyslexia के निदान के लिए इस बीमारी में specialist की मदद ली जाती हैं जो बच्चे के आगे के डेवलपमेंट और Symptom के आधार पर कुछ प्रकार के टेस्ट करते है।
जैसेकि:

  1. Oral Language Skill Test, जिसमे Listening aur Speaking दोनो शामिल होते हैं।
  2. Reading rate or fluency
  3. Word recognition
  4. Rapid naming
  5. Auditory verbal working memory.
  6. Decoding
  7. Phonological processing
  8. Reading comprehension.

Specialist को family history और teacher के feedback की जरूरत पड़ती है यह एक lifelong condition होती है इसका कोई particular इलाज नहीं है। बस जब इसके symptoms दिखाई दे तभी Dr से कंसल्ट करना सही होता है। इसको ठीक होने में family और Friends इन सब के प्यार और सपोर्ट की जरूरत होती है। इसके साथ ही specialist के निर्देशों की जरूरत होती है।

  • Dyslexia day , world dyslexia week के thursday को मनाया जाता है।
  • साल 2021 में यह वीक 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक था।

2022 मे Dyslexia Week 3 October to 9 October तक होगा, जिसकी थीम Breaking Through Barriers (ब्रेकिंग थ्रू बैरियर्स) होगी।

निष्कर्ष

अभी भी जागरूकता कि कमी के कारण हजारों बच्चों के बारे में माता पिता अवगत ही नही है उन्हें लगता है कि बच्चे के धीमे होने की वजह उसकी लापरवाही है इसलिए बहुत जरुरी है कि समय पर इसका ध्यान दिया जाए।

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