उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज के गेट नंबर 3 के सामने हजारों की संख्या में अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी मांगें हैं कि आयोग नॉर्मलजेशन को वापस ले और एक ही शिफ्ट में परीक्षाओं का आयोजन करवाए जैसे कि पहले होता आया है।
आज आंदोलन का चौथा दिन है लेकिन आयोग की तरफ से कोई भी रिस्पॉन्स नहीं मिला है न ही अभ्यर्थियों से इस विषय में किसी प्रकार की बात की गई ऊपर से आयोग तय समय में UPPCS की Prelims परीक्षा 07-08 दिसम्बर में और RO/ARO की प्रीलिम्स परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को आयोजित करने पर अड़ा हुआ है।
प्रयागराज समेत उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रदर्शन
आज चौथे दिन भी छात्रों में जोश और ऊर्जा की कमी नहीं दिखाई पड़ रही है प्रयागराज में रात भर अभ्यर्थी इस मौसम में बैठे रहते हैं सुबह यह संख्या थोड़ी कम होती है किंतु 11 बजे तक यह भीड़ कई गुना बढ़ जाती है विभिन्न जिलों से अन्य प्रतियोगी लोक सेवा आयोग पहुंच रहे हैं और प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Competitive students' protest continues outside Uttar Pradesh Public Service Commission regarding their demands of normalization and conducting PCS RO, ARO examination in 2 days. pic.twitter.com/3MBUvcFUNu
— ANI (@ANI) November 14, 2024
अब तो सूचना मिल रही है कि प्रयागराज के अलावा लखनऊ, मेरठ और लखीमपुर जैसे जिलों से भी छात्र एकत्र होकर प्रदर्शन कर इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और एक शिफ्ट में परीक्षा कराने को लेकर डीएम दफ्तर में ज्ञापन भी सौंपा है।
DM और कमिश्नर धरने पर पहुंचे
बीते शाम छात्रों ने शांति के साथ कैंडल मार्च का आयोजन किया और भारी संख्या में सड़कों में यह संख्या दिखाई दी जिसके बाद प्रशाशन दबाव में आ गया इसके बाद DM और कमिश्नर मौके पर पहुंचे लेकिन अभ्यर्थियों ने उनकी बात शान्ति से सुनी लेकिन अपनी बात पर वैसे ही अड़े हुए हैं इसके पहले आंदोलन के प्रथम दिन DM साहब ने नॉर्मलाईजेशन के फायदे बताए थे लेकिन छात्रों के तर्क के सामने उन्हें वापस जाना पड़ा।
छात्रों का आरोप पुलिस ने जाने से रोका
दोपहर को भारी संख्या में छात्रों ने कमीशन के सामने मौजूदगी दर्ज कराई वहीं छात्रों का एक जत्था जब दोपहर में आयोग की तरफ जा रहा था तो पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया और रोक कर काफी समय तक पूछताछ करती रही और आइडेंटिटी कार्ड समेत तलाशी ली और उनका नाम पता नोट की, लेकिन कुछ ही समय में गेट नंबर 3 की तरफ से भारी संख्या में छात्र पहुंच गए जिससे पुलिस को पीछे हटना पड़ा, हालांकि पुलिस दल की ओर से इस बारे में कोई पक्ष नहीं रखा गया है।
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बिहार की परीक्षा का उदाहरण देकर छात्रों ने आयोग से किए सवाल
छात्रों द्वारा आयोग से अनेकों सवाल किए गए लेकिन आयोग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है पहले भी अभ्यर्थियों ने कई शिफ्ट में पेपर कराने के नुकसान और पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं अब उन्होंने बिहार का उदाहरण पेश किया है कहा कि आगामी समय में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 5 लाख लोगों की परीक्षा एक साथ 34 जिलों में एक साथ संपन्न होना है फिर उत्तर प्रदेश 75 जिलों में 6 लाख विद्यार्थियों की परीक्षा एक साथ क्यों नहीं हो सकती? इस पर आगे प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा कि आयोग की नियति ही नहीं है कि ईमानदारी से परीक्षा संपन्न हो।
'लीक' और 'भ्रष्ट' सेवा आयोग, यूपीपीएसी अध्यक्ष को खोजने पर 50 रुपए का इनाम
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने लीक सेवा आयोग और भ्रष्ट सेवा आयोग जैसे वाक्य आयोग के गेट पर लिख दिया, वहीं छात्रों आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की चुप्पी पर उनको खोजकर लाने वाले को 50 रुपए का इनाम भी रखा है जहां एक तरफ इस तरीके का प्रदर्शन है वहीं दूसरे तरफ "पढ़ेंगे और लड़ेंगे" एक छात्र आयोग के सामने बोर्ड पर लिखे था कि मेरी लाइब्रेरी लोक सेवा आयोग रोड, और वह घंटों अपनी पढ़ाई करता रहा।
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सिविल ड्रेस में पुलिस वाले छात्रों को कर रहे गिरफ्तार
कुछ वीडियो फुटेज X पर वायरल हो रहे हैं जिनमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कुछ लोग बिना वर्दी में पुलिस की वैन में एक युवा को डाल रहें हैं इस तरह का बर्ताव लोकतंत्र में उचित नहीं है विद्यार्थियों को भी इस बात का ध्यान देना होगा कि आंदोलन कानून सम्मत और संविधान सम्मत हो, लगातार X पर आज भी #UPPSC_हम_छात्र_हैं_विपक्ष_नहीं #UPSC_No_Normalization #UPPSC_ROARO_ONESHIFT ट्रेंड कर रहा है।
ये तो गलत बात है , संविधान सम्मत तरीके से चल रहा ये Uppsc students का आंदोलन है , ये uppsc students बिना NORMALIZATION हटाए मानेंगे नहीं ।#uppsc_हम_छात्र_हैं_विपक्ष_नहीं#UPPCS_ROARO_ONESHIFT#Yogi_ji_nyay_kro#uppcs #uppsc #UttarPradesh pic.twitter.com/Vy24cwsbUT
— study for civil services (@studyforcivils) November 14, 2024
आज पहुंच सकते हैं अखिलेश, बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने छात्रों के समर्थन में लगातार ट्वीट कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि देश के जिम्मेदार स्टूडेंट्स के साथ आयोग और सरकार को ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए उनकी बात सुनी जानी चाहिए, आज सूचना है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव छात्रों के प्रदर्शन में प्रयागराज में शामिल हो सकते हैं हालांकि वह पहले भी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी स्टूडेंट्स के साथ है अगर वह पहुंचते हैं तो यह आंदोलन एक बड़ा रुख अख्तियार करेगा। वहीं भाजपा के दबंग नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा है कि यह एक गंभीर मुद्दा है और छात्र भी तो अपने हैं सुनिए उनका यह बयान।
#WATCH | Ayodhya | On the aspirants' protest for UPPSC exam date in Prayagraj, BJP leader Brijbhushan Sharan Singh says, "I request the government to take cognizance of the demands of aspirants. This matter should not be taken lightly. They (aspirants) are our children." pic.twitter.com/gunMy02hPf
— ANI (@ANI) November 12, 2024
आंदोलन के चौथे दिन भी अभ्यर्थियों और छात्रों में जोश की कोई कमी नहीं दिखाई दी, मेल स्टूडेंट्स के साथ महिला अभ्यर्थियों की संख्या भी कमजोर नहीं है वहीं विकलांगों ने भी बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है आयोग के सचिव ने मंगलवार को प्रतिक्रिया दी थी कि परीक्षा अपनी तय सीमा पर संपन्न कराई जाएंगी और अभ्यर्थी घर जाकर पढ़ाई करें वहीं आंदोलन कर रहे युवाओं ने कहा था कि जब तक आयोग घुटने नहीं टेकेगा तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा। इस लोकतांत्रिक देश में उत्तर प्रदेश के मुखिया को हस्तक्षेप कर विवाद का निबटारा करना चाहिए क्योंकि युवा ही इस देश का भविष्य है उनकी आवाजों को सुनना चाहिए कम से कम सन्नाटा तो नहीं रखना चाहिए।