Paidal Chalne Ke Fayde : रोजाना पैदल चलने के फायदे बनाएंगे आपको सेहतमंद और दिलाएंगे गंभीर बीमारियों से मुक्ति

अगर आपके शरीर में ऊर्जा का संचार सुचारू रूप से नही हो रहा है दिनभर सुप्त अवस्था में पड़े रहते हैं मन अवसाद से ग्रसित रहता है कुछ करने का मन तो बना लेते हैं लेकिन शारीरिक साथ नही देता है इसका मतलब यह है कि आपकी दिनचर्या में टहलने का हिस्सा न के बराबर है।

rojana chalne tahalne ke sharirik fayde

पैदल चलना केवल हड्डियां और मांशपेशियों को ही मजबूती प्रदान नही करता बल्कि यह एक यात्रा होती है मन को मुक्त करने का दिनभर की भागम भाग से, इससे आपको शारीरिक फिटनेस के साथ व्यक्तिगत आत्मविश्वास को जागृत करता है आइए इस बारे में और विस्तार से जानते हैं कि आखिर रोजाना पैदल (Walking Benefits In Hindi) चलने से कौन सी बीमारियों से दूर रह सकते हैं और पैदल चलना या टहलना सुबह या शाम में कब फायदेमंद हो सकता है और 30 मिनट या 1 घंटा कितना टहलना लाभप्रद होगा।

1 घंटा या 30 मिनट पैदल चलने के फायदे

चलने का इतिहास बहुत पुराना है पहले के जमाने में ज्यादातर लोग मेहनत वाला काम करते थे और मीलों दूर तक सफर पैदल यात्रा के माध्यम से ही करते थे यही कारण था की उनकी औसतन आयु 80 से 90 वर्ष के मध्य होती थी।आज बढ़ती तकनीक और सुविधाओं ने मनुष्य की कुछ आदतों का लुप्त हो गया है यही कारण है कि अलग से शरीर को फिट रखने के लिए कम से कम एक घंटे का समय देना चाहिए।

paidal chalna kyun jaruri hai

पैदल चलने के तरीके की बात की जाए तो अगर आपकी उम्र 20 से लेकर 65 वर्ष तक है तो आप अपनी क्षमता अनुसार टहल सकते हैं जैसे जवान है तो एक घंटे को 2 हिस्सों में बांट कर टहल सकते हैं जैसे 25 मिनट के अंतराल में 5 मिनट सुस्ताएं, शुरूवात में 3 स्लॉट बना सकते हैं और ध्यान रहे कि चलने की स्पीड न तो बहुत धीमी हो और न अधिक तीव्र हो, वॉक करने के बेनिफिट्स इस प्रकार हैं।

  • शरीर के प्रत्येक हिस्से पर यह लाभकारी है जब आप चलते हैं तो खून का संचार शरीर में बराबर मात्रा में होता है।
  • हृदय गति के साथ ही शरीर के विषाक्त पदार्थ पसीने या पाचन के माध्यम से निकल जाते हैं।
  • शरीर का महत्त्वपूर्ण तंत्र पाचन क्रिया है इसके लिए तो यह रामबाण साबित होती है।
  • श्वसन तंत्र को मजबूती के साथ फेफड़ों को स्वस्थ करने में टहलने का अहम रोल है।
  • औरतों और पुरुषों में कभी भी घुटने से संबंधित बीमारियां नही होती हैं क्योंकि यह फिट रहते हैं।
  • गर्भावस्था में महिलाओं का पैदल चलना शिशु और मातृत्व दोनो के लिए लाभप्रद होता है।
  • पुरुषों का Testosterone लेवल बढ़ता है जो फिजिकल और मेंटल दोनो मामलों में लाभदायक फैक्टर है।
  • वजन नियंत्रण और शरीर ऊर्जावान बना रहता है और चलना नींद में भी सहायक है।
  • पैदल चलने से शरीर के Endorphin नामक पदार्थ उत्पन्न होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करते हैं।

सुबह या शाम कब पैदल चलना होता है फायदेमंद

वैसे तो सुबह या शाम (Roj subah ya sham Ko Paidal chalne ke fayde) में कभी भी वाकिंग करें हर तरह से लाभदायक ही होगा किंतु अगर सुबह टहलते हैं तो मौसम ठंडा होने की वजह से व्यक्ति को थोड़े ज्यादा समय मतलब 10000 कदमों से ज्यादा टहलना चाहिए, वहीं शाम में तापमान लगभग बॉडी के अनुकूल रहता है तो थोड़े टहलने में भी शारीरिक लाभ मिलते हैं सुबह के समय आप थोड़ा गति बढ़ाकर भी पैदल चल सकते हैं।

पैदल चलने से इन बीमारियों में होता है लाभ

शरीर का 50 प्रतिशत नसों का जाल पैरों में पाया जाता है वहीं लगभग आधी मात्रा रक्त की पैरो में ही संचारित होती है इसलिए यह अनेकों बीमारियों को टहल कर कंट्रोल किया जा सकता है।

paidal chalne se thik hone wali bimari

  • टहलने से पेंक्रियाज स्वस्थ रहता है और इन्सुलिन को बैलेंस करता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल रहती है।
  • ब्लड प्रेशर और याददाश्त जैसे समस्याओं के लिए पैदल चलना एक रोग नाशक दवा की तरह काम करता है।
  • वॉक करने से मोटापा कम होता है और शरीर की पाचन क्रिया मजबूत रहती है।
  • कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है जो कि हृदय संबंधी बीमारियों को पास भी फटकने नहीं देता है।
  • हड्डियों की बीमारी ओस्टियोपोरेसिस होने की संभावना कम हो जाती है।
  • Rheumatoid Arthritis अर्थात गठिया रोग में टहलना एक औषधि का काम करता है।
  • शरीर की लचक बढ़िया रहती है और हड्डियों के जोड़ों के बीच में जो ग्रीस होती है वह पैदल चलने से मेंटेन रहती है।
  • अपच, अफरा या एसिडिटी और आंतों की कमजोरियों को आधे घंटे का टहलना इन रोगों से हमेशा के लिए मुक्ति दिला सकता है।
  • Anti Aging Effect अर्थात शरीर को जल्दी बूढ़ा नही होता है।

निष्कर्ष

365 दिन रोज पैदल चलने से कभी भी बीमारियां रोगों से कोषों दूर रहेंगे और बुढ़ापे में भी जवान होने का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे, खाना खाने के बाद पैदल चलना मतलब हमेशा फुर्तीले और स्वस्थ्य रहन, यह मुफ्त की दवाई है जो प्रकृति द्वारा आपको दी गई है इसलिए आज ही से प्रण लें और देश का नागरिक फिट रहेगा तभी तो देश ऊर्जावान दिखेगा।

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Amit Mishra

By Amit Mishra

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